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'आप' से हाथ मिलाएंगे या नई पार्टी बनाएंगे सचिन पायलट...! - जन संघर्ष यात्रा के बाद क्या होगा पायलट का अगला कदम

'आप' से हाथ मिलाएंगे या नई पार्टी बनाएंगे सचिन पायलट...!



जयपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ जन संघर्ष यात्रा निकाल रहे हैं। रविवार 14 मई को इस यात्रा का चौथा दिन है। अजमेर से शुरू हुई 125 किलोमीटर की यह पैदल यात्रा जयपुर शहर के पास पहुंचने वाली है। सोमवार 15 मई को जयपुर में इस यात्रा का समापन होगा। आसमान से बरस रही आग और 45 डिग्री सेल्सियस तापमान में सचिन पायलट तवे जैसी तपती सड़कों पर पैदल चल रहे हैं। उनके साथ हजारों लोगों का काफिला भी साथ चल रहा है।

 

क्या होगा सचिन पायलट का अगला कदम

 

सचिन पायलट ने एक महीने पहले 11 अप्रैल को अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ जयपुर के शहीद स्मारक पर अनशन किया था। अब 11 मई से सड़कों पर उतरते हुए जन संघर्ष यात्रा शुरू की। पार्टी के नेताओं के मना करने के बावजूद सचिन पायलट जन संघर्ष यात्रा निकाल रहे हैं। चूंकि सचिन पायलट का क्रेज सभी विधानसभा क्षेत्रों में है। लिहाजा जन संघर्ष यात्रा के दौरान हजारों लोग उनके साथ जुटे हैं। पायलट के समर्थकों के साथ राजनैतिक गलियारों में ये चर्चाएं चल रही है कि सचिन पायलट का अगला कदम क्या होगा। अब तक उन्होंने कांग्रेस छोड़ने की बात नहीं कही लेकिन कांग्रेस सरकार के खिलाफ मुखर होकर सड़कों पर उतर गए हैं।

 

पायलट ने दिया हर सवाल का जवाब

 

समर्थकों की शंकाओं का सचिन पायलट ने खुलकर जवाब दिया है। जन संघर्ष यात्रा के दौरान मीडिया से बात करते हुए पायलट ने कहा कि वे कांग्रेस में थे, कांग्रेस में हैं और कांग्रेस में रहेंगे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जब सरकार जनता की बातें नहीं सुनती है तो जनता को मजबूर होकर सड़कों पर उतरना पड़ता है। उनकी जन संघर्ष यात्रा भी इसी सोच का एक हिस्सा है। केंद्र की बीजेपी सरकार के करप्शन के खिलाफ राहुल गांधी को सड़कों पर उतरना पड़ा। राजस्थान में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के शासनकाल में हुए करोड़ों रुपए के घोटालों के खिलाफ उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ा है। पायलट ने कहा कि उनकी जन संघर्ष यात्रा कांग्रेस के खिलाफ नहीं है बल्कि जनता के मूलभूत मुद्दों के समर्थन में है।

 

न्य दलों के साथ नाम जोड़ना मीडिया का काम

 

सचिन पायलट ने खुलकर कहा कि मीडिया में मनगढ़ंत खबरें आती रहती है। बार बार उनका नाम अलग अलग राजनैतिक दलों के साथ जोड़ा जा रहा है। कभी लिखा जाता है कि आम आदमी पार्टी में जाएंगे तो कभी लिखा जाता है कि आरएलपी में जाएंगे। कई बार तो ऐसी भी खबरें आती है कि नई पार्टी बनाएंगे। पायलट ने कहा कि वे स्पष्टवादी नेता हैं। उनका कोई छिपा हुआ एजेंडा नहीं है। जो वह कहते हैं, सबके सामने कहते हैं। जो करते हैं वो भी सबके सामने करते हैं। पायलट ने कहा कि उन्हें चालबाजी नहीं आती। वे पिछले 25 साल से राजनीति में हैं। उन्होंने कभी झूठ और धोखे की राजनीति नहीं की।

 

जनहित के मुद्दे हर मोर्चे पर उठाऊंगा - पायलट

 

सचिन पायलट का कहना है कि जनहित के मुद्दे वे हर मोर्चे पर उठाएंगे। जनता के साथ अगर धोखा होता नजर आया तो वे अपनी पार्टी के खिलाफ बोलने में जार भी नहीं हिचकेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में उनकी पार्टी की सरकार ने जनता से किए गए वादों को पूरा नहीं किया। इसलिए उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ा है। वसुंधरा राजे के शासन में हुए हजारों करोड़ रुपए के घोटालों की जांच करने का वादा जनता से किया गया था लेकिन साढ़े चार में जांच नहीं करवाई गई। प्रदेश के युवाओं के साथ लगातार धोखा हो रहा है। एक के बाद एक लगातार प्रतियोगिता परीक्षाओं के पेपर आउट हो रहे हैं। आरपीएससी के सदस्य भी पेपर बेचने के आरोप में पकड़े गए हैं। इसके बावजूद सरकार चुप बैठी है। पेपर लीक माफियाओं के आकाओं पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। पायलट ने कहा कि पेपर लीक मामले में किराए की बिल्डिंग पर बुलडोजर चला दिया जाता है लेकिन आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा के घर पर अभी तक बुलडोजर नहीं चलाया गया। वे इस दोहरी नीति के खिलाफ हैं। इसलिए जनता के मुद्दों को लेकर जनता के बीच सड़कों पर उतरे हैं।

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