जो पार्टी के प्रति ईमानदार नहीं होते, वे कभी कामयाब नहीं होते - CM गहलोत ने पायलट पर ऐसे कसा तंज
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि पार्टी के प्रति ईमानदार होना बहुत जरूरी है। जो कभी पार्टी के प्रति लॉयल नहीं होते वे कभी कामयाब भी नहीं होते। गहलोत ने कहा कि उन्होंने हमेशा सभी का सम्मान करते हुए सबको साथ लेकर चलने का काम किया, यही कारण रहा कि पार्टी और सोनिया गांधी ने उन्हें काम करने का बार बार मौका दिया। यह लोकतंत्र है, हमें सभी को साथ लेकर चलना होता है।
शांति धारीवाल जी मेरे खिलाफ थे फिर भी मंत्री बनाया
गुरुवार 11 मई को जयपुर में पूर्व राज्यपाल नवल किशोर शर्मा की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में कहा कि शांति धारीवाल यहां मंच पर बैठे हुए हैं। पहले ये मेरे खिलाफ थे, लेकिन फिर भी मैंने अपने मंत्री बनाने का ऑफर सबसे पहले इन्हीं को दिया। गहलोत ने कहा कि उन्होंने हर उस व्यक्ति को मौका दिया है जो कांग्रेस का है। अपने पहले कार्यकाल की जिक्र करते हुए कहा कि 1998 में चुन-चुन कर उन सब को मौका दिया, चाहे वो किसी के भी आदमी खास हो। गहलोत ने कहा कि उन्होंने हमेशा 'लाइन को बड़ा खींचो ना कि किसी की काटो' वाली कहावत पर काम किया। सबको साथ लेकर चलने वाला ही कामयाब होता है, जो अकेला चलता है। वह गुटबाजी पैदा करता है। वह अपने-पराए की बात करता है। वह कभी भी कामयाब नहीं हो सकता।
देश में धर्म के नाम पर हो रही राजनीति
गहलोत ने भाजपा और आरएसएस के साथ केंद्र की मोदी सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा आज देश में यह लोग धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। प्रधानमंत्री जब नाथद्वारा के दौरे में आए थे तब मैंने कहा था कि देश में विपक्ष का भी सम्मान होना चाहिए। प्रधानमंत्री अपने बयानों में कहते हैं कि विपक्ष सभी भ्रष्टाचारियों का गिरोह बन गया है गहलोत ने पूछा कि क्या इस प्रकार की भाषा विपक्ष के नेताओं के लिए उचित है। जानबूझकर एक धर्म को दिखाने के लिए ये मुस्लिमों को टिकट नहीं देते। अभी तो ये हिंदुओं को अच्छा लगता होगा, लेकिन मैं उन लोगों को कहना चाहूंगा, इससे देश का फ्यूचर सुरक्षित नहीं रहेगा। हमने हिटलर, मुसोलिनी की बातें सुनी हैं। वो भी धर्म की राजनीति करते-करते तानाशाह बन गए और जर्मनी और इटली को बर्बाद कर दिया।
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