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सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद कुचामन, डीडवाना और सुजानगढ होते हुए दिल्ली की और भागे हत्यारे, गिरफ्तारी के लिए दिल्ली, हरियाणा और यूपी में दबिश - डीडवाना के टेक्सी ड्राइवर ने मीडिया के सामने आकर किए बड़े खुलासे

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद कुचामन, डीडवाना और सुजानगढ होते हुए दिल्ली की और भागे हत्यारे, गिरफ्तारी के लिए दिल्ली, हरियाणा और यूपी में दबिश



जयपुर। राजपूत समाज के नेता सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने वाले चौथे दिन भी पुलिस की पकड़ से दूर है। हत्या की वारदात के कुछ ही देर बाद दोनों हमलावरों की पहचान रोहित राठौड़ और नितिन फौजी के रूप में कर ली गई थी। जयपुर सहित पूरे राजस्थान में नाकाबंदी के दावे किए गए लेकिन हमलावर फरार हो गए। चिन्हित हमलावर राहुल और नितिन के फरार होने के रूट की जानकारी सामने आई है। पता चला है कि मंगलवार 5 दिसंबर की दोपहर डेढ़ बजे दोनों हमलावर बड़ी आसानी से फरार हुए। ना जयपुर पुलिस उन्हें पकड़ पाई और ना ही अन्य जिलों की पुलिस। हमलावरों ने पुलिस की नाकाबंदी की पोल खोल दी है।

 

जानिए कैसे फरार हुए रोहित और नितिन

 

पहले स्कूटी से - मंगलवार 5 दिसंबर को दोपहर 1 बजकर 21 मिनट पर हमलावरों ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और नवीन सिंह शेखावत की हत्या की थी। हत्या के तुरंत बाद वे फायरिंग करते हुए गोगामेड़ी के मकान से बाहर निकले और दौड़ते हुए एक कार को लूटने का प्रयास किया। कार चालक ने हमलावरों के हाथों में पिस्तौल लेकर गाड़ी भगा ली। इसी दौरान हेमराज नामक व्यक्ति स्कूटी लेकर श्याम नगर से गुजर रहा था तो राहुल और नितिन ने हेमराज पर फायर करके स्कूटी छीन ली। हेमराज घायल होकर सड़क पर गिर गया तो राहुल और नितिन स्कूटी लेकर श्याम नगर से डीसीएम (अजमेर रोड़) तक पहुंचे। वहां स्कूटी छोड़कर ऑटो किराए पर लेकर हीरापुरा चौराहा(200 फीट बाईपास) पहुंचे।

 

फिर रोडवेज की बस से - ऑटो से हीरापुरा चौराहे तक पहुंचने के बाद दोनों हमलावर रोहित और नितिन एक प्राइवेट बस में बैठ गए। इस बस में सफर करते हुए दोनों डीडवाना पहुंच गए। बस में सफर करने के दौरान उन्होंने किसी यात्री के मोबाइल फोन से अपने साथी को कॉल किया। उस साथी ने डीडवाना में एक टैक्सी कार को किराए पर लिया। दोनों हमलावरों के डीडवाना पहुंचने पर कार से सुजानगढ़ के लिए रवाना हो गए।

 

कार से पहुंचे सुजानगढ़ - बस में सफर करते हुए डीडवाना पहुंचने तक किसी को कानो कान खबर नहीं हुई कि ये कुख्यात बदमाश सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करके आए हैं। वे सामान्य यात्रियों की तरह सफर करते रहे। डीडवाना से किराए की टैक्सी कार के जरिए वे रात करीब 9 बजे सुजानगढ़ (जिला चूरू) पहुंच गए। कुछ देर के लिए वे सुजानगढ़ में अपने साथ के पास रुके और फिर हरियाणा और दिल्ली की ओर जाने पर वाली बस में बैठ गए।

 

हरियाणा और दिल्ली में छापेमारी कर रही पुलिस - वारदात के तुरंत बाद सख्त नाकाबंदी का दावा किया गया लेकिन दोपहर 2 बजे से लेकर रात्रि 10 बजे तक दोनों हमलावर स्कूटी, निजी बस, टैक्सी कार और फिर निजी बस में सफर करते रहे। पुलिस हमलावरों को गिरफ्तार नहीं कर सकी। पुलिस की टीमें अब हरियाणा और दिल्ली में संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। पुलिस ने दोनों हमलावरों के परिवारजनों, रिश्तेदारों, परिचितों सहित करीब 400 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है। उसी के आधार पर पुलिस आगे बढ रही है।

 

गोगामेड़ी को 9 और नवीन को लगी 7 गोलियां

 

बुधवार आधी रात को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के मुर्दाघर में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और नवीन सिंह शेखावत के शवों का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि हमलावरों ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को 9 गोलियां लगी जबकि नवीन सिंह को 7 गोलियां लगी। गुरुवार को पुलिस की सुरक्षा के बीच दोनों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

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