जानिए कौन हैं रामेश्वर डूडी जो पंचायत समिति प्रधान से सीधे लोकसभा सांसद बने, घमाकेदार वापसी की तैयारी में थे - राहुल गांधी सहित देश के लाखों लोग करे रहे डूडी के लिए दुआएं, ट्रिटर पर हुए ट्रेंड
जयपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामेश्वर डूडी रविवार 27 अगस्त को सुबह से ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं। प्रदेश के हजारों लोग 'हैशटैग रामेश्वर डूडी को' ट्वीट करके उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना कर रहे हैं। 60 वर्षीय डूडी को सुबह 9 बजे अचानक ब्रेन हेमरेज हो गया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा कांग्रेस के कई नेताओं ने डूडी के स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए ट्वीट किए। फिलहाल उनकी हालत में कोई सुधार नहीं आया है।
खेती को उद्योग की तरह करने का आह्वान करते रहे हैं डूडी
रामेश्वर लाल डूडी का जन्म 1 जुलाई 1963 में बीकानेर जिले के नोखा तहसील के बीरमसर गांव में हुआ था। बीकॉम की डिग्री के बाद डूडी ने राजनीति में कदम रखा। एक किसान नेता होने के साथ वे बिजनेसमैन भी हैं। वे होटल और माइन्स व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। वे किसानों से आह्वान करते रहते हैं कि वे खेती को उद्योग के रूप में करें ताकि आय में कई गुना वृद्धि की जा सके। डूडी ने सुशीला देवी के साथ शादी की है। उनके एक बेटा और दो बेटियां हैं। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के रूप में जाने जाते हैं।
पंचायत समिति प्रधान से सीधे लोकसभा सांसद बने
वर्ष 1995 में वे पहली बार पंचायत समिति सदस्य बनकर प्रधान बने। डूडी कांग्रेस के सक्रिय नेताओं में अग्रणी थे। ऐसे में कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें सीधा लोकसभा चुनाव लड़ने का अवसर दिया। पंचायत समिति प्रधान रहने के दौरान ही वर्ष 1999 में उन्हें बीकानेर से लोकसभा चुनाव का टिकट मिला। पहले लोकसभा चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की और वर्ष 2004 तक वे बीकानेर लोकसभा सीट से सांसद रहे। उन दिनों अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे। बाद में वर्ष 2013 के विधानसभा चुनावों में डूडी बीकानेर जिले की नोखा सीट से विधायक बने और वसुंधरा राजे के कार्यकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में रहे। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों में भी वे नोखा से कांग्रेस प्रत्याशी थे लेकिन बीजेपी के बिहारीलाल बिश्नोई के सामने उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
बड़ी वापसी की तैयारी में थे रामेश्वर डूडी
कुछ सालों पहले रामेश्वर डूडी और अशोक गहलोत के रिश्तों में कड़वाहट आ गई थी। डूडी ने गहलोत के बेटे के सामने आरसीए के चुनावों में ताल ठोक दी थी। हालांकि आरसीए चुनावों में डूडी को हार का सामना करना पड़ा था। पिछले दिनों गहलोत और डूडी के बीच की दूरियां समाप्त हुई। इसी साल 25 अप्रैल को डूडी ने बीकानेर के नोखा में विशाल किसान सम्मेलन का आयोजन किया जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। रामेश्वर डूडी एक बार फिर धमाकेदार वापसी करने की तैयारी में लगे हैं। इसी बीच ब्रेन हेमरेज होने से उनके हजारों समर्थकों को बड़ा धक्का लगा है।
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