जयपुर की सभा में बीजेपी पर जमकर गरजे राहुल गांधी, महिला आरक्षण और जातिगत जनगणना सहित कई मुद्दों पर घेरा, कहा - इंडिया बनाम भारत का मुद्दा बेवजह लेकर आई बीजेपी - मल्लिकार्जुन खरगे का ऐलान - केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनी तो तत्काल लागू करेंगे महिला आरक्षण
जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के लिए शनिवार 23 सितंबर का दिन ऐतिहासिक रहा। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जयपुर के मानसरोवर में कांग्रेस के नए भवन का शिलान्यास किया। इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, एआईसीसी के महासचिव केसी वेणुगोपाल, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा सहित पार्टी के कई नेता मौजूद रहे। शिलान्यास कार्यक्रम के बाद कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में राहुल गांधी केंद्र की बीजेपी सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने केंद्र की सरकार को गरीबों की दुश्मन और पूंजीपतियों की हितेषी सरकार बताया। उन्होंने कहा कि बीजेपी देश के मूलभूत मुद्दों पर बात करने के बजाय बेवजह के मुद्दों को तूल देती है।
ना बात करती है, ना सुनने को राजी है
राहुल गांधी ने कहा कि केन्द्र सरकार देश के जरूरी मुद्दों पर बात ना तो बात करना चाहती है और ना ही सुनना चाहती है। उन्होंने कहा कि जब वे संसद में बोलते हैं तो पहले माइक बंद कर देते थे। अब टीवी ही बंद कर देते हैं। संसद में जब उन्होंने अडाणी पर भाषण दिया तो गुजरात में उनके खिलाफ दर्ज केस में ऐसे तेजी दिखाई जैसे किसी गाड़ी का अचानक एक्सीलेटर दबा दिया हो। अचानक केस में तेजी आई और दो दिन में फैसला सुना दिया गया। अधिकतम सजा देकर संसद की सदस्यता ही खत्म कर दी। राहुल गांधी ने कहा कि पिछले दिनों इंटरनेशनल फाइनेंशियल अखबार में अडाणी पर लेख छपा था। उस मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस की तो उसी दिन केन्द्र सरकार ने स्पेशल सेशन बुला लिया। देश के लोगों का ध्यान भटकाने के लिए महिला आरक्षण के बिल का मुद्दा उछाल दिया।
बेवजह लेकर आए इंडिया बनाम भारत का मुद्दा
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी वाले पहले इंडिया बनाम भारत का मुद्दा लेकर नया विवाद लेकर आए। कह रहे थे कि वे इंडिया को भारत बनाएंगे जबकि संविधान में साफ साफ लिखा है कि इंडिया देट इज भारत। यानी इंडिया ही भारत है। इन दोनों में कोई फर्क है ही नहीं। बीजेपी के इन मुद्दे को देश के लोगों ने स्वीकार नहीं किया तो अचानक प्लान बदला और महिला आरक्षण का बिल लेकर आए गए। राहुल गांधी ने कहा कि महिला आरक्षण का प्रावधान सबसे पहले राजीव गांधी पंचायती राज चुनावों में लेकर आए। कांग्रेस शुरू से ही महिला आरक्षण के पक्ष में थी। इसलिए इसे समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण के साथ एससी, एसटी और ओबीसी की महिलाओं को भी आरक्षण दिया जाए, तभी महिलाओं को इस आरक्षण का फायदा मिल सकेगा।
पीएम मोदी के 90 सचिव चला रहे हैं देश
राहुल गांधी ने कहा कि आज के हिंदुस्तान को एमएलए और एमपीज नहीं चलाते बल्कि प्रधानमंत्री के 90 सचिव चलाते हैं। अलग अलग मंत्रालयों में लगे हुए ये 90 सचिव ही फैसले लेते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री बार बार ओबीसी की बात करते हैं लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आज के हिंदुस्तान को चलाने वाले 90 सचिवों में सिर्फ 3 लोग ही ओबीसी वर्ग के हैं। बड़ी बात यह है कि इन 3 सचिवों के पास सिर्फ 5 प्रतिशत बजट पर फैसला लेने का हक है।
कांग्रेस तत्काल लागू करेगी महिला आरक्षण - खरगे
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनी तो महिला आरक्षण को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा। बीजेपी की सरकार इस आरक्षण को दस साल बाद लागू करने की बात कर ही है। जानबूझकर ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि इस बिल को लागू करने से पहले जनगणना और परिसीमन करना जरूरी है जबकि ऐसा नहीं है।
सर्वोच्च नागरिकों का अपमान कर रही है केन्द्र सरकार
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बताया कि केंद्र सरकार देश के सर्वोच्च नागरिकों के साथ दलितों का अपमान कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले नई संसद भवन के शिलान्यास के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नहीं बुलाया गया। अब संसद भवन के लोकार्पण के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नहीं बुलाया गया। खरगे ने कहा कि बीजेपी दलितों को अछूत मानती है। अछूत के आने पर ये लोग गंगाजल से जगह को धोते हैं। इसी कारण से दो दो बार राष्ट्रपति को नहीं बुलाया गया। यह राष्ट्रपति का अपमान है और दलितों का भी अपमान है।
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