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चुनावी साल में हर बार राजनैतिक दल बदलते हैं कई नेता, पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम की तस्वीर वायरल, क्या फिर दल बदलेंगे कर्नल...! - 2018 के चुनाव से पहले 11 विधायकों और पूर्व विधायकों ने बदली पार्टी, इस बार भी कई नेता बदलेंगे दल

चुनावी साल में हर बार राजनैतिक दल बदलते हैं कई नेता, पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम की तस्वीर वायरल, क्या फिर दल बदलेंगे कर्नल...!

 

 

जयपुर। चुनावी साल में टिकट वितरण के दौरान हमारे कई नेता राजनैतिक पार्टियां बदलते रहे हैं। अमूमन वे नेता पार्टियां छोड़ते रहे हैं जिन्हें चुनाव के दौरान टिकट नहीं दिया जाता। कुछ नेता बदलते समीकरण देखकर भी पार्टियां बदलते हैं तो कई नेता बागी होकर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरकर अपनी पार्टी के प्रत्याशी के लिए मुश्किल बन जाते हैं। हाल ही में कांग्रेस से पूर्व सांसद रही ज्योति मिर्धा ने कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। अब जैसलमेर बाड़मेर से सांसद रहे कर्नल सोनाराम को दिल्ली में बीजेपी के एक बड़े नेता के घर जाते देखा। कर्नल सोनाराम की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।

 

कर्नल सोनाराम फिर से बदल रहे हैं पार्टी

 

कर्नल सोनाराम चौधरी पहले कांग्रेस में हुआ करते थे। वे वर्ष 1996, 1998 और 1999 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के टिकट पर जैसलमेर बाड़मेर से सांसद चुने गए। वर्ष 2004 का लोकसभा चुनाव भी कांग्रेस के टिकट पर लड़ा लेकिन मानवेन्द्र सिंह के सामने वे चुनाव हार गए। वर्ष 2008 में वे कांग्रेस के टिकट पर बायतु विधानसभा सीट से विधायक चुने गए। 2013 के विधानसभा चुनावों में भी चुनाव लड़ा लेकिन हार का सामना करना पड़ा। बाद में उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया और वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव वे बीजेपी के टिकट पर लोकसभा सांसद बने। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया तो कर्नल ने भाजपा को अलविदा कह दिया। अब कर्नल की एक ताजा तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। वे भाजपा पर्यवेक्षक के दिल्ली आवास में प्रवेश करते हुए देखे जा रहे हैं। इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या कर्नल सोनाराम फिर से भाजपा का दामन थामने वाले हैं।

 

इस बार भी कई नेता बगावत के लिए तैयार

 

कांग्रेस ने अभी तक अपने प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की है और भाजपा ने भी सिर्फ 41 सीटों पर प्रत्याशियों ने नामों की घोषणा की है। इसके बावजूद भी कई नेताओं के सुर बगावती नजर आने लगे हैं। तिजारा में भाजपा द्वारा बाबा बालक नाथ को टिकट दिए जाने पर पूर्व विधायक मामन सिंह यादव नाराज हो गए। यादव ने बगावत का ऐलान करते हुए चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। उधर बानसूर से वसुंधरा राजे के करीबी पूर्व मंत्री रोहिताश यादव को बानसूर से टिकट नहीं दिया तो उन्होंने भीम सेना के चीफ चंद्रशेखर रावण की आजाद समाज पार्टी की सदस्यता ले ली। नगर विधानसभा सीट से पूर्व विधायक अनिता सिंह गुर्जर ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। किशनगढ़ से भागीरथ चौधरी को प्रत्याशी बनाए जाने से नाराज विकास चौधरी ने भी चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान कर चुके हैं।

 

प्रत्याशियों की सूची के बाद दर्जनों नेताओं की बगावत संभव

 

फिलहाल प्रत्याशियों की सूची आने से विरोध के स्वर उठे देखे जा रहे हैं। ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि बीजेपी और कांग्रेस द्वारा प्रत्याशियों की सूचियां जारी किए जाने के बाद दर्जनों नेता बागी बन सकते हैं। ऐसा हर चुनाव में होता आया है। मान मनुहार के बाद भी जो नेता राजी नहीं होते हैं। पार्टी उन्हें बाहर का रास्ता दिखाती है। अगले विधानसभा से पहले अधिकतर नेताओं की घर वापसी भी हर देखी जाती है।

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