Dark Mode

3 से 6 मार्च 2023 तक जयपुर सेंट्रल जेल में रहा था लॉरेंस बिश्नोई, इसी दरमियान जूम एप पर रिकॉर्ड किया गया था इंटरव्यू - पंजाब पुलिस की SIT ने किया है बड़ा खुलासा, 14 और 17 मार्च को एबीपी न्यूज पर प्रसारित हुए थे इंटरव्यू

3 से 6 मार्च 2023 तक जयपुर सेंट्रल जेल में रहा था लॉरेंस बिश्नोई, इसी दरमियान जूम एप पर रिकॉर्ड किया गया था इंटरव्यू

 

जयपुर। 14 मार्च 2023 को जब एक नेशनल टीवी चैनल एबीपी न्यूज पर देश के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू प्रसारित हुआ। तब पंजाब पुलिस और बठिंडा जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया था। चूंकि उन दिनों लॉरेंस पंजाब की बठिंडा जेल में बंद था। ऐसे में जेल प्रशासन पर सवाल उठने लाजमी थी। पंजाब पुलिस और जेल प्रशासन अपने स्तर पर जांच कर रहे थे। इसी दौरान 17 मार्च 2023 को लॉरेंस का दूसरा नया इंटरव्यू उसी टीवी चैनल पर प्रसारित हुआ। देश के एक दुर्दांत अपराधी के जेल में बंद होने के बावजूद भी एक नेशनल टेलीविजन चैनल को लगातार एक घंटे तक इंटरव्यू देना बहुत गंभीर मामला था।

 

हाईकोर्ट ने लिया प्रसंज्ञान, एसआईटी का गठन हुआ

 

गैंगस्टर के दो इंटरव्यू प्रसारित होने पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने इस मामले को बेहद गंभीर मानते हुए प्रसंज्ञान लिया। हाई कोर्ट ने एसआईटी का गठन करके जांच के निर्देश दिए थे। सीनियर आईपीएस प्रबोध कुमार को एसआईटी का हेड बनाया गया। पंजाब पुलिस जांच में जुटी थी। एसआईटी ने लंबे समय तक मामले की और फिर अपनी रिपोर्ट कोर्ट में पेश की। पंजाब पुलिस की जांच रिपोर्ट में यह पाया गया कि जो दो इंटरव्यू प्रसारित हुए थे। उनमें से एक इंटरव्यू जयपुर की सेंट्रल जेल से लिया गया था। जूम एप के जरिए इस इंटरव्यू को रिकॉर्ड होना माना गया जिसे बाद में टीवी चैनल पर प्रसारित किया गया।

 

21 दिन तक जयपुर में था लॉरेंस बिश्नोई

 

जयपुर के दुर्गापुरा इलाके में 28 जनवरी 2023 को एक कारोबारी के प्रतिष्ठान पर फायरिंग हुई थी। कारोबारी से 5 करोड़ रुपए मांगे गए। रुपए नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को फायरिंग के दो दिन बाद ही गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि वे आरोपी लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हैं। इसके बाद 15 फरवरी 2023 को जयपुर पुलिस गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को जयपुर लेकर आई। जयपुर के जवाहर सर्किल थाने में लॉरेंस से पूछताछ की गई। 16 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कोर्ट में पेश किया और 16 दिन के पुलिस रिमांड पर रखा गया। बाद में 3 मार्च को फिर से कोर्ट में पेश किया गया था, तब कोर्ट ने लॉरेंस को जेल भेजने के निर्देश दिए। ऐसे में 3 मार्च को उसे जयपुर सेंट्रल जेल भेज दिया गया था। 7 मार्च को उसे जयपुर सेंट्रल जेल से वापस बठिंडा ले जाया गया। यानी 15 फरवरी से लेकर 7 मार्च की दोपहर तक लॉरेंस जयपुर में था।

 

जयपुर की सेंट्रल जेल में 4 दिन रहा लॉरेंस

 

जयपुर पुलिस ने पहली बार जब 16 फरवरी 2023 को उसे कोर्ट में पेश किया तब 16 दिन के लिए पुलिस रिमांड के आदेश मिले थे। ऐसे में 3 मार्च 2023 को जयपुर पुलिस ने लॉरेंस को दूसरी बार कोर्ट में पेश किया। 3 मार्च को कोर्ट ने लॉरेंस बिश्नोई को जेल भेजने के आदेश दिए। ऐसे में 3 मार्च की शाम को उसे जयपुर सेंट्रल जेल भेज दिया गया था। 7 मार्च को उसे जयपुर सेंट्रल जेल से निकाल कर वापस बठिंडा ले जाया गया। ऐसे में 3 मार्च से लेकर 6 मार्च तक लगातार लॉरेंस बिश्नोई जयपुर की सेंट्रल जेल में रहा। 7 को जब बठिंडा पहुंचा तो बठिंडा जेल प्रशासन ने लॉरेंस को जेल में एंट्री नहीं दी। 7 मार्च की रात लॉरेंस ने बठिंडा जेल के गार्ड रूम में बिताई। अगले दिन दिन 8 मार्च 2023 को उसे जेल में एंट्री दी गई।

 

जयपुर लाने और ले जाने के दौरान थी पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था

 

15 फरवरी 2023 को जब लॉरेंस बिश्नोई को पंजाब की बठिंडा जेल से जयपुर लाया गया था। तब पुलिस के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। जिस बख्तरबंद गाड़ी से लॉरेंस को जयपुर लाया गया। उसके आगे और पीछे पुलिस की गाड़ियां का लवाजमा चला। हथियारबंद कमांडो साथ चलते रहे और चलती गाड़ी की वीडियोग्राफी भी करवाई गई थी। ऐसे में यह तो साफ था कि पंजाब से जयपुर लाने के दौरान उसका इंटरव्यू नहीं हुआ। वापसी के दौरान भी सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता थी। ऐसे में वापसी के दौरान भी किसी टीवी चैनल को इंटरव्यू दिया जाना संभव नहीं था।

 

3 से 6 मार्च 2023 के दरमियान हुआ इंटरव्यू

 

14 और 17 मार्च 2023 को लॉरेंस बिश्नोई के जो इंटरव्यू एबीपी न्यूज चैनल पर प्रसारित हुए थे। उनमें से एक इंटरव्यू 3 से 6 मार्च 2023 के बीच रिकॉर्ड होना माना गया है। पंजाब एसआईटी की जांच में माना गया कि टीवी चैनल पर प्रसारित एक इंटरव्यू जयपुर की सेंट्रल जेल से जूम एप के जरिए रिकॉर्ड किया गया जिसे बाद में प्रसारित किया गया। पंजाब एसआईटी ने इस संबंध में पुख्ता सबूत भी पेश किए हैं। एसआईटी ने साफ कहा कि चूंकि घटना स्थल उसके कार्य क्षेत्र से बाहर है। ऐसे में इस प्रकरण की जांच संबंधित पुलिस से करवाई जाए। सबूतों के आधार पर राजस्थान पुलिस को पत्र भेजकर बताया कि लॉरेंस का इंटरव्यू जयपुर सेंट्रल जेल से ही हुआ है। इसके बाद जयपुर के लालकोठी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।

Comment / Reply From

You May Also Like

Newsletter

Subscribe to our mailing list to get the new updates!