रिश्वत प्रकरण में IAS कुंजीलाल मीणा और RAS मनीष गोयल के खिलाफ FIR दर्ज - दलाल लोकेश जैन के मोबाइल में मिली चेटिंग से हुए लेन देन के खुलासे
जयपुर। राजस्थान सरकार के एक आईएएस और एक आरएएस अफसर पर एसीबी की तलवार लटक गई है। दो दिन पहले उदयपुर में पकड़े गए एक दलाल से हुई पूछताछ के बाद आईएएस कुंजीलाल मीणा और आरएएस मनीष गोयल के खिलाफ एसीबी में केस दर्ज किया गया है। इस एफआईआर में यूडीएच विभाग के अनुभाग अधिकारी और दलाल लोकेश जैन का नाम भी शामिल किया गया है। आईएएस कुंजीलाल मीणा नगरीय विकास विभाग में प्रमुख शासन सचिव हैं जबकि आरएएस मनीष गोयल संयुक्त सचिव है। एसीबी के अधिकारी अब इन अफसरों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी करेगी।
12 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार हुआ था दलाल लोकेश
दो दिन पहले जयपुर एसीबी की स्पेशल टीम ने उदयपुर में कार्रवाई करते हुए दलाल लोकेश जैन को गिरफ्तार किया था। लोकेश ने परिवादी से 12 लाख रुपए की रिश्वत ली थी। परिवादी की जमीन का भू उपयोग चेंज करने की एवज में रिश्वत की राशि मांगी गई थी। लैंड यूज चेंज के लिए परिवादी ने तीन साल पहले फाइल लगाई लेकिन यूडीएच के अफसरों ने फाइल को अटकाए रखा। बाद में दलाल लोकेश जैन बिचोलिया बना और भू रूपांतरण कराने के लिए रिश्वत मांगी। परिवाद ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई तो दलाल लोकेश जैन रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
दलाल के मोबाइल ने खोला रिश्वत का खेल
एसीबी ने जब दलाल लोकेश जैन को पकड़ा तो उसका मोबाइल भी जब्त किया गया। आरोपी की मोबाइल की चेटिंग में आईएएस कुंजीलाल मीणा और आरएएस मनीष गोयल से जुड़ी चेटिंग मिली। दलाल और परिवादी के बीच हुई चेटिंग में विभाग के प्रमुख शासन सचिव कुंजीलाल मीणा और संयुक्त सचिव मनीष गोयल का बार बार जिक्र किया गया। दलाल ने कहा कि उसकी बात कुंजीलाल मीणा और मनीष गोयल से हो चुकी है। प्रति बीघा 5 लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई और बाद में 25 लाख रुपए में सौदा तय हुआ था। एसीबी ने दलाल लोकेश के घर से जमीन से जुड़ी 150 फाइलें भी मिली है।
Comment / Reply From
You May Also Like
Recommended posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!