'मुख्यमंत्री जी, थानेदार मेरा पासपोर्ट नहीं बनने दे रही' - राजस्थान के एक कांग्रेसी विधायक ने दुखी होकर सीएम को लिखा पत्र
'मुख्यमंत्री जी, थानेदार मेरा पासपोर्ट नहीं बनने दे रही', राजस्थान के एक कांग्रेसी विधायक ने दुखी होकर सीएम को लिखा पत्र
जयपुर। राजस्थान में भाजपा की सरकार है। यहां कांग्रेस के एक विधायक बीते दिनों से काफी दुखी नजर आ रहे हैं। कांग्रेस के विधायक का दर्द यह है कि वे विदेश जाना चाहते हैं लेकिन स्थानीय थानेदार उनका पासपोर्ट नहीं बनने दे रहे हैं। पासपोर्ट के लिए आवेदन करने पर पुलिस वेरिफिकेशन किया जाना होता है। विधायक साहब के आवेदन पर भी पुलिस वेरिफिकेशन होना था। स्थानीय पुलिस के बाद जब वेरिफिकेशन की फाइल गई तो पुलिस ने आपराधिक प्रकरण लंबित होना बता दिया। उधर विधायक साहब का कहना है कि उनके खिलाफ कोई मामला लंबित नहीं है। स्थानीय पुलिस थाने के थानेदार से परेशान होकर विधायक साहब ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखा है। पत्र की एक प्रतिलिपि अजमेर एसपी को भी भेजी गई है।
जानबूझकर अड़ंगा लगा रही है थानेदार
पासपोर्ट लंबित होने का यह प्रकरण अजमेर जिले के किशनगढ़ विधायक विकास चौधरी से जुड़ा है। विकास चौधरी लंबे समय तक भाजपा में थे। विगत विधानसभा चुनाव में जब भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो पार्टी से नाराज होकर वे कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस ने किशनगढ़ से चुनाव मैदान में उतारा और विकास चौधरी चुनाव जीत गए। विधायक साहब के मूल निवास अजमेर जिले के बांदरसिंदरी क्षेत्र में आता है जहां महिला थाना प्रभारी तैनात है। कांग्रेस विधायक विकास चौधरी का आरोप है कि महिला थाना अधिकारी जानबूझकर पासपोर्ट वेरिफिकेशन में अड़ंगा लगा रही है।
पुलिस ने गलत रिपोर्ट दी है - विकास चौधरी
कांग्रेस विधायक विकास चौधरी का कहना है कि स्थानीय पुलिस की ओर से उनके पासपोर्ट वेरिफिकेशन की गलत रिपोर्ट बनाई गई है। आवेदन करने तक उनके खिलाफ कोई प्रकरण न्यायालय में लंबित नहीं था। इसके बावजूद थाना प्रभारी ने तथ्य से परे रिपोर्ट देकर पासपोर्ट बनने से अटका दिया। यह एक जिम्मेदार पद पर बैठे थानाधिकारी की गंभीर लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना कृत्य है। साथ ही थाना प्रभारी द्वारा गृह विभाग को भी गुमराह करने का काम किया गया है। विधायक ने पत्र में यह भी लिखा है कि उन्होंने थाने में कई चक्कर लगाए लेकिन थाना अधिकारी महिला है, ऐसे में वे उनसे उलझने से बचते रहे।
पढें, सीएम को लिखा गया विधायक का पत्र हूबहू
'श्रीमान भजनलाल शर्मा जी माननीय मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार,
विषयः- बांदरसिंदरी थानेदार द्वारा जानबूझकर मेरे पासपोर्ट आवेदन की प्रक्रिया में पुलिस सत्यापन के दौरान गलत तथ्य पेश करने के क्रम में।
उपर्युक्त विषयान्तर्गत लेख है कि मेरे द्वारा पासपोर्ट के लिए आवेदन किया गया था, पुलिस सत्यापन के लिए मेरे गृह थाने बांदरसिंदरी में रिपोर्ट आई थी जिस रिपोर्ट का जवाब बांदरसिंदरी थानाधिकारी द्वारा तथ्यों व वास्तविकता से परे जाकर दिया गया जो कि एक जिम्मेदार पद पर बैठे थानाधिकारी की गंभीर लापरवाही व गैर जिम्मेदाराना कृत्य नजर आता है। साथ ही आपके अन्तर्गत आने वाले गृह विभाग को भी गुमराह करने का काम किया गया है।
माननीय मुख्यमंत्री जी यह मामला राजनैतिक द्वेषता से ओतप्रोत तो नजर आ ही रहा है लेकिन उससे ज्यादा थानाधिकारी द्वारा अपने पद का दुरुपयोग भी प्रतीत हो रहा है। जिस दिनांक से मैंने पासपोर्ट आवेदन किया था माननीय न्यायालय में मेरे विरुद्ध कोई भी मामला लंबित नहीं है, बावजूद इसके किस मंशा से थानाधिकारी द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए गलत तथ्य पेश कर ना केवल मेरे पासपोर्ट प्रक्रिया को लंबित किया गया बल्कि यह किशनगढ़ के लाखों मतदाताओं की जनभावनाओं का अपमान भी है। उक्त थानाधिकारी की कार्यशैली पर आमजन द्वारा पूर्व में भी कई बार सवाल उठ चुके है, मैंने भी विधान सभा सत्र में खंडाच गांव में तालाब विवाद को लेकर किसानों पर हुई फायरिंग में सवाल उठाया बावजूद इसके किसी प्रकार की कार्यवाही नही की गई जो कि प्रशासन पर सवालिया निशान खड़ा करता है। इस पूरे विषय से यह प्रतीत हो रहा है कि चुने हुए जनप्रतिनिधि के साथ पुलिस की कार्यशैली ऐसी है तो आमजन की क्या स्थिति होगी?
माननीय मुख्यमंत्री महोदय आप इस प्रकरण में सत्यता की जाँच करवाकर दोषी थानाधिकारी व बांदरसिंदरी थाने के इस विषय में दोषी कार्मिकों पर कार्यवाही कर आमजन में पारदर्शिता का संदेश देवें।
सादर,
प्रतिलिपि निम्नलिखित को आवश्यक कार्यवाही एवं सूचनार्थ-
जिला पुलिस अधीक्षक, अजमेर'
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