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उदयपुर के कन्हैया लाल हत्याकांड में अब तक क्या-क्या हुआ, कितने आरोपी जेल में और कितने हैं बाहर - पढ़ें NIA की जांच से लेकर चार्जशीट दाखिल होने तक सब कुछ

उदयपुर के कन्हैया लाल हत्याकांड में अब तक क्या-क्या हुआ, कितने आरोपी जेल में और कितने हैं बाहर

 

जयपुर। दो साल पहले राजस्थान में हुए एक हत्याकांड से देशभर में सनसनी फैल गई थी। हालांकि हत्या की घटनाएं कई बार सामने आती है लेकिन 28 जून 2022 को हुए कन्हैयालाल हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हत्याकांड में आतंकी संगठनों की हाथ था। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने मामले की जांच की जिसमें पाकिस्तान के दो युवकों को भी दोषी माना गया। एनआईए की ओर से दो पाकिस्तानी नागरिकों सहित कुल 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट पेश की थी। चूंकि दो आरोपी पाकिस्तान है। लिहाजा उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई। शेष 9 आरोपियों को एनआईए ने गिरफ्तार करके जेल भेजा। एक आरोपी पिछले साल 1 सितंबर 2023 को जमानत पर छूट गया और 5 सितंबर 2024 को एक और आरोपी को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। दो आरोपियों के छूटने पर यह हत्याकांड एक बार फिर लोगों की जहन में ताजा हो गया है।

 

दिनदहाड़े रेत दिया कन्हैयालाल साहू का गला

 

28 जून 2022 को दिनदहाड़े दो लोगों ने सिलाई की दुकान चलाने वाले कन्हैया लाल साहू की गला रेत कर हत्या कर दी थी। दोनों व्यक्ति अपने कपड़ों छिपा कर धारदार हथियार लेकर दुकान पहुंचे थे। कुछ मिनट तक कन्हैया लाल से कपड़े सिलाई को लेकर बात की और फिर अचानक लोहे का बड़ा सा धारदार हथियार निकाल कर गले पर वार कर दिया। कन्हैया लाल संभल पाता, उससे पहले ही उस पर बार बार हमला किया गया जिससे वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। इस वीभत्स हत्याकांड को अंजाम देकर दोनों हत्यारे बाइक पर सवार होकर भाग छूटे।

 

हत्या का वीडियो बनाया, हत्याकांड के तुरंत बाद भी बनाया था वीडियो

 

हत्या करने वाले दोनों आरोपियों ने हत्या करने का लाइव वीडियो अपने मोबाइल से बनाया और उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया। हत्या करने के कुछ ही मिनट बाद एक और वीडियो बनाया जिसमें वे अपने कृत्य पर गर्व महसूस करते हुए सिर तन से जुदा का नारा लगा रहे थे। यह वीडियो भी सोशल मीडिया पर डाल दिया गया। ये दोनों वीडियो कुछ ही मिनट में सोशल मीडिया पर वायरल हुए और देश विदेश तक पहुंच गए। जिन्होंने भी ये वीडियो देखे, वे इस घृणित हत्याकांड की निंदा करते रहे।

 

हत्या के तीन चार घंटे बाद पकड़े गए दोनों हत्यारे

 

हत्या की घटना के बाद पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था। हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए प्रदेश के सभी जिलों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया। सभी जिलों के प्रमुख रास्तों पर नाकाबंदी की गई और आम लोगों से भी मदद की अपील की गई थी। चूंकि हत्यारों के वीडियो हजारों लोगों के पास पहुंच गया था लिहाजा हत्यारों को आसानी से पहचाना भी जा सकता था। हत्यारे बाइक लेकर राजसमंद होते हुए भाग रहे थे। इस दौरान राजसमंद में दो भाई सड़क किनारे बैठे थे। उन्होंने एक बाइक पर सवार दो लोगों को तेजी से जाते हुए देखा तो पुलिस को कॉल किया। संदिग्ध लगने पर पुलिस ने उन दोनों भाइयों को बाइक सवार संदिग्ध लोगों का पीछा करने का आग्रह किया। दोनों भाई अपनी बाइक से उनका पीछा करते रहे और मोबाइल पुलिस अधिकारी से बात करते हुए चालू था। पुलिस को लोकेशन पता चल गई और आगे पुलिस की सख्त नाकाबंदी कर दी। जैसे ही बाइक सवार संदिग्ध नजर आए तो पुलिस ने दोनों को दबोच लिया। पकड़े गए दोनों हत्यारों के नाम मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद था। दोनों ने हत्या की वारदात करना कबूल भी किया।

 

आतंकी लिंक मिला तो जांच एनआईए को दी

 

उदयपुर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। प्रारम्भिक जांच में पता चला कि इस वारदात में पाकिस्तान का हाथ है। आतंकी संगठनों का हाथ होने के कारण मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई। एनआईए को जांच दिए जाने के बाद भी स्थानीय पुलिस ने हत्याकांड में सहयोग करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने में पूरी मदद की। एनआईए ने अपनी जांच में कुल 11 लोगों को दोषी माना जिनमें दो पाकिस्तानी व्यक्ति भी शामिल है। दो पाकिस्तानी आरोपियों के अलावा शेष 9 आरोपियों को एनआईए ने गिरफ्तार किया था। इनमें गौस मोहम्मद, मोहम्मद रियाज अत्तारी, मोहसिन, आसिफ, मोहम्मद मोहसिन, वसीम अली, फरहाद मोहम्मद शेख उर्फ बबला, मोहम्मद जावेद और मुस्लिम मोहम्मद शामिल थे। दो पाकिस्तानी नागरिक सलमान और अबू इब्राहिम के खिलाफ भी एनआईए ने चार्जशीट दाखिल की लेकिन गिरफ्तार नहीं किया जा सका।

 

दो फरार, दो को जमानत, 7 जेल में

 

कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में एनआईए ने कुल 11 लोगों को दोषी मानते हुए उनके खिलाफ चालान पेश किया था। इनमें से 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जिनमें गौस मोहम्मद, मोहम्मद रियाज अत्तारी, मोहसिन, आसिफ, मोहम्मद मोहसिन, वसीम अली, फरहाद मोहम्मद शेख उर्फ बबला, मोहम्मद जावेद और मुस्लिम मोहम्मद शामिल है। 11 आरोपियों में से दो आरोपी पाकिस्तानी निवासी सलमान और अबू इब्राहिम फरार हैं। शेष 9 में से एक आरोपी फरहाद मोहम्मद उर्फ बबला को पिछले साल 1 सितंबर को जमानत मिल गई थी। दूसरे आरोपी मोहम्मद जावेद को 5 सितंबर 2024 को जमानत मिल गई। शेष 7 आरोपी गौस मोहम्मद, मोहम्मद रियाज अत्तारी, मोहसिन, आसिफ, मोहम्मद मोहसिन, वसीम अली और मुस्लिम मोहम्मद जेल में हैं।

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