साढ़े 3 फीट की गहराई में कैसे डूबा 21 वर्षीय छात्र विकास यादव...? राजस्थान यूनिवर्सिटी के स्विमिंग पूल में हुई स्टूडेंट की मौत पर उठे सवाल - NSUI का आरोप - गहराई में डूबा था विकास, सुरक्षा कर्मी भी मौजूद नहीं थे
जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय केंपस में स्थित स्विमिंग पूल में हुई छात्र की मौत पर सवाल उठने लगे हैं। मृतक छात्र के परिजन और परिचित यह जानकर हैरान हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से स्विमिंग पूल के जिस स्थान पर छात्र की मौत होना बताया जा रहा है, वहां की गहराई सिर्फ साढ़े तीन फीट है। आखिर पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाला 21 वर्षीय छात्र विकास यादव साढ़े 3 फीट की गहराई में कैसे डूब सकता है। हालांकि मृतक छात्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना अभी बाकी है। इस रिपोर्ट के बाद ही मौत के असली कारण सामने आएंगे।
साथियों के साथ कर रहा था स्विमिंग, अचानक डूब गया
राजस्थान यूनिवर्सिटी परिसर में स्थित स्विमिंग पूल सुबह और शाम के वक्त कई स्टूडेंट स्विमिंग करते हैं। अंबेडकर हॉस्टल में रहकर फिजिक्स डिपार्टमेंट से पीजी करने वाला विकास यादव भी शाम के बैच में स्विमिंग करने जाता था। गुरुवार 27 जून की शाम को 5 बजे वह अपने साथियों के साथ स्विमिंग पूल पहुंचा था। साथियों के साथ स्विमिंग कर रहा था। करीब आधे घंटे बाद विकास पानी में डूब गया। उसके साथियों ने विकास को पानी में अचेत देखा तो तुरंत कोच को सूचना दी। कोच और अन्य छात्रों ने विकास को बाहर निकाला, तब तक उसकी सांसें चल रही थी।
अस्पताल ले जाने तक हो गई मौत
स्विमिंग पूल के कोच विजय विश्नोई का कहना है कि विकास यादव को स्विमिंग पूल से बाहर निकाल कर प्राथमिक उपचार दिया गया लेकिन उसे होश नहीं आया। बाद में अन्य छात्रों की मदद से कोच अपनी कार से विकास यादव को लेकर सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कोच का कहना है कि स्विमिंग पूल के जिस स्थान पर विकास अचेत मिला, वहां की गहराई सिर्फ साढ़े तीन फीट है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि सिर्फ साढे तीन फीट की गहराई में विकास डूब कैसे गया।
कुलपति ने दिए जांच के आदेश
मृतक छात्र विकास यादव नीम का थाना जिले का रहने वाला था। विकास की मौत के बाद राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अल्पना कटेजा भी सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंची और डॉक्टरों से बात की। कटेजा ने कहा कि एक होनहार छात्र की मौत होना बड़ी क्षति है। कुलपति ने कहा कि फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है जिससे पता चल सके कि आखिर विकास की मौत की वजह क्या थी। उधर विश्वविद्यालय प्रशासन अपने स्तर पर मामले की जांच में जुट गया है।
एनएसयूआई ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर लगाए आरोप
कुलपति जब सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंची तो एनएसयूआई के कई छात्र भी अस्पताल पहुंच गए। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश भाटी का कहना है कि विकास यादव की मौत के मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन झूठ बोल रहा है। भाटी के मुताबिक विकास यादव की मौत ज्यादा गहराई में डूबने से हुई है। जिस वक्त विकास की मौत हुई, उस वक्त स्विमिंग पूल के पास कोई सुरक्षा गार्ड भी मौजूद नहीं थे।
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