जयपुर में जो करतूत की, अब वही मुकुंदगढ़ में आई सामने... कौन है राजस्थान पुलिस का ये दागदार थानेदार - बेवजह लॉकअप में बंद करने और गंभीर मारपीट के आरोप, वकीलों ने खोला मोर्चा
झुंझुनूं। झुंझुनूं जिले के मुकुंदगढ थाना प्रभारी रहे रमेश मीणा को वकील के साथ अभद्र व्यवहार करने और बेवजह लॉकअप में बंद करने के मामले में एसपी ने लाइन हाजिर कर दिया। एसपी शरद चौधरी की इस कार्रवाई के बाद भी वकील आंदोलन पर हैं। वकीलों की मांग है कि सब इंस्पेक्टर रमेश मीणा को सस्पेंड किया जाए। इस मांग को लेकर वकीलों ने पिछले 10 दिन से पेन डाउन हड़ताल कर रखी है। सब इंस्पेक्टर रमेश मीणा पूर्व में जयपुर कमिश्नरेट में तैनात रहे। उस दौरान भी वे विवादों में घिरे रहे जिसके बाद उन्हें थाने से हटाया गया था।
हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है रमेश मीणा के खिलाफ
दो साल पहले सब इंस्पेक्टर रमेश मीणा जयपुर कमिश्नरेट के तुंगा थाने में तैनात थे। फरवरी 2022 में वे तूंगा थाना प्रभारी थे। उन दिनों उनके खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हुआ था। मामले के अनुसार मोनू नामक व्यक्ति ने कोर्ट इस्तगासे के जरिए तत्कालीन थाना प्रभारी रमेश मीणा सहित 7 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया गया था। पीड़ित मोनू का आरोप था कि सत्यनारायण नामक एक पुलिसकर्मी ने उन्हें थाने में बुलाया। वहां पर थाना प्रभारी सहित अन्य ने मिलकर बेरहमी से मारपीट की। बेवजह कपड़े उतरवा कर लॉकअप में बंद कर दिया। अगले दिन एसीपी के समक्ष पेश करके छोड़ा गया।
अंडकोष पर जोर से लातें मारने का आरोप
पीड़ित मोनू का आरोप था कि सब इंस्पेक्टर रमेश मीणा और अन्य पुलिसकर्मियों ने पीड़ित के अंडकोष पर जोर से लातें मारी। साथ ही बेरहमी से मारपीट करने पर शरीर के कई अंगों पर गंभीर चोटें लगी थी। मारपीट की वजह से पीड़ित को असहनीय दर्द हुआ था। घटना 2 जनवरी की है। कड़ाके की ठंड में उसके कपड़े उतार कर हवालात में बंद कर दिया। पुलिस के उच्च अधिकारियों को शिकायत की तो 8 जनवरी को रमेश मीणा के कहने पर तूंगा पुलिस ने फिर उसे पकड़ लिया और धमकाया कि अगर किसी से शिकायत की तो झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेज देंगे। परेशान होकर पीड़ित ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट इस्तगासे के जरिए सब इंस्पेक्टर रमेश मीणा सहित अन्य 7 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था।
वकील को भी अर्द्धनग्न कर हवालात में बंद किया
झुंझुनूं के मुकुंदगढ थाने में भी ठीक वैसा ही मामला है जैसा दो साल पहले तुंगा थाने में देखा गया था। एक वकील अपनी पत्नी के साथ मुकुंदपुरा थाने पहुंचा था। फरियाद लेकर थाने पहुंचने वाले वकील के साथ पुलिस ने गाली गलौज और मारपीट की। वकील का आरोप है कि पुलिस ने फरियाद सुनने के बजाय उसे मारपीट करते हुए शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार करके हवालात में बंद कर दिया। वकील के साथ हुई मारपीट के मामले में अब झुंझुनूं के वकीलों ने सब इंस्पेक्टर रमेश मीणा के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। वकीलों का कहना है कि जब तक सब इंस्पेक्टर को निलंबित नहीं किया जाएगा तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे।
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