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जयपुर से परिवार सहित लापता हुआ था बिजनेसमैन, मध्यप्रदेश के आश्रम में मिला, जानिए पत्नी और दो मासूम बच्चियों के साथ आश्रम कैसे पहुंचा - दोनों मोबाइल स्विच ऑफ, कार की नंबर प्लेट भी बदली

जयपुर से परिवार सहित लापता हुआ था बिजनेसमैन, मध्यप्रदेश के आश्रम में मिला, जानिए पत्नी और दो मासूम बच्चियों के साथ आश्रम कैसे पहुंचा

 

जयपुर। जयपुर का एक बिजनेसमैन अपनी बीवी और दो मासूम बेटियों के साथ रहस्यमय ढंग से लापता हो गया था। 7 जून की शाम का अचानक गायब हुए बिजनेसमैन के परिवार को लेकर पुलिस काफी चिंतित थी। अनहोनी की आशंका के चलते पुलिस ने तलाशी के काफी प्रयास किए। आखिर 6 दिन बाद पुलिस ने बिजनेसमैन को परिवार सहित ढूंढ निकाला। जो परिवार जयपुर से गायब हुआ था। वह मध्यप्रदेश के एक आश्रम में मिल गया है। पुलिस बिजनेसमैन को समझाइस कर पूरे परिवार सहित जयपुर लेकर आई है।

 

मोबाइल स्विच ऑफ होने से पुलिस को लगा समय

 

बिजनेसमैन का परिवार जब जयपुर से गायब हुआ था। तब उनके दोनों मोबाइल बंद थे। परिवार वालों ने अनहोनी की आशंका जताते हुए जयपुर के मुरलीपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। व्यापारी कैलाश चांडक और उनकी पत्नी अभिलाषा, दो मासूम बेटियां शैलजा और गिरिशा की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करके पुलिस ने तलाशी शुरू की। कैलाश चांडक और अभिलाषा के मोबाइल स्विच ऑफ थे। चांडक ने अपनी कार की नंबर प्लेट भी बदल ली थी। ऐसे में किसी भी टोल प्लाजा पर भी चांडक की कार के नंबर रिकॉर्ड नहीं हुए। ऐसे में पुलिस को तलाश में 6 दिन का समय लगा।

 

डोंगल के इंटरनेट कनेक्शन से मिली लोकेशन

 

अपने दोनों मोबाइल स्विच ऑफ करने के बाद बिजनेसमैन कैलाश चांडक ने डोंगल से इंटरनेट चलाया। पुलिस की ओर से कैलाश चांडक और उनकी पत्नी अभिलाषा के मोबाइल सर्विलांस पर ले रखे थे। दोनों के मोबाइल कई दिन से स्विच ऑफ थे लेकिन बाद में कैलाश चांडक ने डोंगल से इंटरनेट चलाया। इससे पुलिस को चांडक के बारे में इनपुट मिल गया। पुलिस ने डोंगल की लोकेशन ढूंढी तो मध्य प्रदेश के चित्रकूट स्थित एक आश्रम की निकली। फिर जयपुर पुलिस की टीम एमपी के आश्रम पहुंची और बिजनेसमैन के पूरे परिवार को समझाइश कर जयपुर लेकर आई।

 

अयोध्या में रामलला के दर्शन करके पहुंचे आश्रम

 

मुरलीपुरा थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि व्यापारी कैलाश चांडक से बात की तो उन्होंने बताया कि वे जयपुर से सीधे अयोध्या निकल गए थे। अयोध्या में रामलला के दर्शन करने के बाद वे मध्यप्रदेश पहुंच गए। उन्होंने अपनी कार की नंबर प्लेट बदल ली थी। ऐसे में किसी भी टोल प्लाजा में कार के नंबर रिकॉर्ड नहीं हुए। फास्टैग स्टीकर भी हटा लिया था। डबल चार्ज देकर वे टोल पार करते रहे।

 

कर्ज से परेशान होना बताया

 

पुलिस ने जब व्यापारी कैलाश चांडक से लापता होने और आश्रम में आकर रहने का कारण पूछा तो वे सहज रूप से जवाब नहीं दे सके। बाद में उन्होंने बताया कि उनके ऊपर काफी कर्जा हो गया था। वे कर्ज चुका नहीं पा रहे थे। ऐसे में घबरा गए और जयपुर को हमेशा के लिए छोड़ने का मन बना लिया था। घर परिवार सब छोड़कर आश्रम में जिंदगी जीने का फैसला किया था। हालांकि पुलिस को लग रहा है कि जयपुर से लापता होने के अन्य कारण भी हो सकते हैं। पुलिस ने पूरे परिवार को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। परिवार वालों को हिदायत दी गई है कि कुछ दिनों तक वे उनकी ख्याल रखें।

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