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7 साल की दुल्हन और 28 साल का दुल्हा...! - इस शादी का सच जानकर हैरान रह जाएंगे आप

7 साल की दुल्हन और 28 साल का दुल्हा...!



धौलपुर। धौलपुर जिले के मनिया थाना क्षेत्र के एक गांव में 7 साल की मासूम का विवाह 28 साल के व्यक्ति के साथ कर दिया गया। जिस बच्ची को यह भी नहीं पता कि शादी क्या होती है। उस मासूम के फेरे चार गुना ज्यादा उम्र के युवक के साथ करा दिए गए। आपने भी इस खबर के बारे में पढ़ा और सुना जरूर होगा। आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि यह मामला केवल बाल विवाह का नहीं बल्कि मासूम बच्ची की खरीद फरोख्त से जुड़ा है। इस मासूम के माता-पिता कौन हैं और कहां है। मासूम को कैसे और क्यों बेचा गया। डिप्टी एसपी दीपक खंडेलवाल की सजगता से इस पूरे घटनाक्रम की परतें खुल गई।

पहले घटनाक्रम के बारे में जानिए

23 मई को यह जानकारी सामने आई कि धौलपुर जिले के मनिया क्षेत्र में बिरजापुर में 7 साल की एक मासूम की शादी 28 वर्षीय युवक के साथ करा दी गई। यह जानकारी जैसे ही सामने तो आसपास के लोग सकते में आ गए। जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस और प्रशासन के भी हाथ पांव फूल गए। मनिया डिप्टी एसपी दीपक खंडेलवाल तुरंत बिरजापुर पहुंचे। दर्जनों घरों में जाकर पूछताछ की लेकिन किसी ने कुछ नहीं बताया। बाद में एक घर के बाहर कुछ बच्चे खेलते हुए मिले जिनमें से एक मासूम के हाथों पैरों में मेहंदी लगी हुई थी। बस यहीं से पुलिस को इस घटनाक्रम की अहम कड़ी मिल गई और पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए पूरे मामले का खुलासा कर दिया।

सुल्तान ने पाला था मासूम बच्ची को, लालच में आकर उसी ने बेचा

पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए सबसे पहले दुल्हे भूपाल और उसके पिता महेन्द्र को हिरासत में लिया। मामले की गहन पूछताछ हुई तो इस घटनाक्रम के कई किरदार सामने आए। पूछताछ में पता चला कि भूपाल की शादी नहीं हो रही थी तो पिता महेन्द्र ने दलाल ढेवा से संपर्क किया। ढेवा ने बिछौला गांव में रहने वाले रामभरोसी से संपर्क किया। बाद में दलाल ढेवा और रामभरोसी ने सुल्तान के घर में पली बढी एक मासूम बच्ची को बेचना का षड्यंत्र रचा। उन्होंने महेन्द्र से कहा कि आपके बेटे की शादी करवा देंगे लेकिन इसके बदले में उन्हें साढ़े 4 लाख रुपए देने होंगे। बेटे की शादी के लिए महेन्द्र ने साढ़े चार लाख रुपयों का इंतजाम किया और 21 मई की रात्रि को चुपके से शादी करवा दी।

दिल्ली से एक महिला को लेकर आया था रामभरोसी

डिप्टी एसपी दीपक खंडेलवाल बताते हैं कि पूछताछ में यह सामने आया कि 5-6 साल पहले रामभरोसी दिल्ली गया था। वहां सड़क पर घूमती हुई एक महिला मिली जो लोगों से पैसे मांग कर गुजारा कर रही थी। उस महिला ने रामभरोसी से भी मदद मांगी तो रामभरोसी ने कहा कि वह उसे अपने साथ रखने को तैयार है। चूंकि रामभरोसी की भी शादी नहीं हुई थी इसलिए वह उस महिला को लेकर गांव आ गया। महिला के साथ उसकी 2 साल की मासूम बच्ची भी साथ में आई थी। रामभरोसी और वह महिला पति पत्नी की तरह रहने लगे। करीब 6 महीने बाद वह महिला अपनी दो साल की मासूम को रामभरोसी के पास छोड़कर कहीं चली गई। रामभरोसी ने उस महिला की काफी तलाश की लेकिन वह कहीं नहीं मिली। बाद में रामभरोसी ने अपने दो साल की मासूम को अपने छोटे भाई सुल्तान के पास छोड़ दिया। पिछले पांच साल से यह मासूम बच्ची सुल्तान के साथ ही रही और उनके बच्चों के साथ पली बढ़ी।

पड़यंत्र के तहत बेचा मासूम का

पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि 7 साल की मासूम को एक षड़यंत्र के तहत बेचा गया। इस षड़यंत्र में दलाल ढेवा, रामभरोसी, सुल्तान शामिल थे। मासूम को खरीदने वाले महेन्द्र, उसके बेटे भूपाल और रामभरोसी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। डिप्टी एसपी दीपक खंडेलवाल ने बताया कि महेन्द्र और भूपाल मूलरूप से मध्यप्रदेश के रहने वाले है। मध्यप्रदेश में एक हत्या के आरोप में दोनों लम्बे समय तक जेल में रहे। जेल से छूटने के बाद धौलपुर से 20 किलोमीटर दूर बिरजापुर में आकर बस गए। मासूम बच्ची को पुलिस ने चाइल्ड होम में दाखिल करवाया है।

मासूम के माता पिता का पता लगा रही पुलिस

मासूम बालिका को अपने असल माता पिता बारे में कुछ भी पता नहीं है। चूंकि वह महज दो साल की थी तब उसकी मां उसे रामभरोसी के घर छोड़कर चली गई थी। पिछले 5 साल वह रामभरोसी के छोटे भाई सुल्तान के घर में रही। बच्ची सुल्तान को ही अपना पिता बताती है। रामभरोसी ने पुलिस को बताया कि वह दिल्ली से एक महिला को वह पत्नी बनाकर घर लाया था जिसकी गोद में यह दो साल की बच्ची भी थी। जब वह महिला अचानक घर छोड़ गई तो बच्ची का पालन पोषण उन्हें करना पड़ा।

शादी की सभी रस्में चुपके से निभाई गई

आरोपियों को यह पता था कि दुल्हन महज 7 साल की है। ऐसे में उन्होंने इस शादी को गोपनीय तरीके से अंजाम दिया। शादी की पूरी रस्में चुपके से निभाई गई। परिवार के नजदीकी लोगों और चुनिंदा रिश्तेदारों को ही शादी के बारे में जानकारी थी। 21 मई को एक झोपड़े में भूपाल और उस मासूम के फेरे करवाए गए। बताया जा रहा है कि फेरों के दौरान बच्ची को मोबाइल दे दिया गया था। बच्ची मोबाइल में गेम खेलती रही और पंडित ने मंत्र पढ़कर शादी की रस्में पूरी करवा दी। ससुराल आने के बाद भी मासूम परिवार के बच्चों के साथ खेलती रहती थी।



आरोपी के परिवार की महिलाएं बोली- हमारे साथ धोखा हुआ



दूल्हे भूपाल की मां, का कहना है कि उनके साथ धोखा हुआ है। बिचोलिये ढेवा ने लड़की को फोटो ही नहीं दिखाई थी। उसने शादी कराने की बात कही तो हमारा परिवार तैयार हो गया। दुल्हन जब घर आई तब पता चला कि यह तो मासूम बच्ची है। अब इस बच्ची को घर से बाहर कैसे निकालें। भूपाल की मां का कहना है कि जो भी हुआ, उसे भुलाते हुए बच्ची की देखभाल में करने लग गए थे।

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