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अनशन से खफा कांग्रेस आलाकमान अब सचिन पायलट के खिलाफ एक्शन लेने की तैयारी में - सुखजिन्दर सिंह रंधावा पहले भी सख्त कार्रवाई के मूड में थे

अनशन से खफा कांग्रेस आलाकमान अब सचिन पायलट के खिलाफ एक्शन लेने की तैयारी में

 

जयपुर। कांग्रेस नेता सचिन पायलट अब गहलोत सरकार के खिलाफ एक के बाद एक कदम उठा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के शासन के दौरान हुए हजारों करोड़ रुपए के घोटालों की जांच नहीं करवाने से नाराज होकर सचिन पायलट ने 11 अप्रैल को जयपुर के शहीद स्मारक पर धरना दिया था। ठीक एक महीने बात अब 11 मई को सचिन पायलट सरकार के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए अजमेर से लेकर जयपुर तक पद यात्रा निकालेंगे। सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है। गहलोत के हर आरोपों का जवाब देते हुए पायलट ने कहा है कि गहलोत ने धौलपुर में दिए गए भाषण में वसुंधरा राजे और कुछ और भाजपा नेताओं का गुणगान किया है। इससे साफ जाहिर हो गया है कि गहलोत वसुंधरा राजे के घोटालों की जांच नहीं कराएंगे। पायलट ने साफ साफ कह दिया कि उन्हें अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कोई उम्मीद नहीं है।

 

राहुल गांधी ने रोकी थी कार्रवाई

 

एक महीने पहले जब सचिन पायलट ने अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ अनशन का कदम उठाया था। तब प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने कहा था कि यह कदम पार्टी के खिलाफ है और इस पर एक्शन लेंगे। रंधावा ने यह भी कहा था कि पायलट के खिलाफ पहले भी कार्रवाई हो जानी चाहिए थी लेकिन अब उनके खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी। हालांकि प्रदेश प्रभारी के इस बयान के दो दिन बाद राहुल गांधी ने इस मामले में दखल दिया और पायलट के खिलाफ कार्रवाई रोकने को कहा था। इसके बाद रंधावा ने जयपुर में बयान दिया कि वे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से इस बारे में राय मशवीरा कर रहे हैं। इसके बाद कोई कदम उठाएंगे। एक महीने तक सचिन पायलट के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई और अब सचिन पायलट ने सरकार के खिलाफ एक और कदम उठा लिया है। पायलट ने साफ कहा है कि विपक्ष में रहने के दौरान जनता से जो वादे किए थे। साढे चार साल गुजरने के बाद भी वे वादे पूरे नहीं हुए। अधुरे वादों के साथ 6 महीने बात जनता के सामने किस मुंह से जाएंगे।

 

अब कार्रवाई की तैयारी में कांग्रेस आलाकमान

 

प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा इन दिनों जालंधर के उपचुनावों में व्यस्त हैं। दो दिन बाद रंधावा जयपुर आएंगे और इस मामले की पूरी जानकारी लेकर कांग्रेस आलाकमान को रिपोर्ट भेजेंगे। रंधावा सचिन पायलट के खिलाफ सख्त कार्रवाई के मूड में हैं क्योंकि वे एक महीने पहले ही पायलट के खिलाफ सख्त एक्शन की सिफारिश कर चुके थे। जब अनशन को पार्टी विरोधी गतिविधि माना था तो जन संघर्ष यात्रा भी पार्टी और सरकार विरोधी मानी जाएगी। ऐसे में यह तय है कि सुखजिन्दर सिंह रंधावा एक बार फिर सचिन पायलट के खिलाफ कार्रवाई के लिए आलाकमान को रिपोर्ट भेजेंगे।

 

पार्टी में रहकर कब तक आवाज उठाएंगे पायलट

 

ऐसा माना जा रहा है कि सचिन पायलट अब ज्यादा दिनों तक कांग्रेस में नहीं रहेंगे। प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा और अशोक गहलोत दोनों को पायलट फूटी कोड़ी नहीं सुहाते। हालांकि प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सचिन पायलट से यह पूछा गया कि क्या आपको पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। पायलट इस सवाल को टाल गए और बोले कि कुछ लोग पार्टी को कमजोर करने में लगे हुए हैं। वे चाहते हैं कि कांग्रेस में फूट हो। इसीलिए पार्टी के विधायकों पर बेबुनियाद आरोप लगाकर लगातार बदनाम किया जा रहा है। पायलट ने कहा कि ऐसे नेताओं के मंसूबे पूरे नहीं होने दिए जाएंगे।

 

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