अब माली समाज ने भरी हुंकार - रविवार 4 जून को जयपुर में माली महासंगम का आयोजन
जयपुर। चुनावी साल में सभी समाज अपनी एकता का प्रदर्शन करते हुए सरकार के समक्ष अपनी मांगें रख रहे हैं। जयपुर में पहले जाट महाकुंभ हुआ। बाद में ब्राह्मण महासम्मेलन के अलावा राजपूत, गुर्जर, यादव और मीणा समाज के लोगों ने अपनी ताकत दिखाई थी। अब माली समाज ने भी ताल ठोक दी है। जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में रविवार 4 जून को माली महासंगम होने जा रहा है। इसकी तैयारियां पिछले एक महीने से चल रही है। माली महासंगम में सैनी, माली, कुशवाहा, शाक्य, मौर्य, मौर्या, सुमन, वनमाली और भई माली समाज के हजारों लोग राजनैतिक हुकार भरेंगे।
राजनैतिक प्रतिनिधित्व के साथ जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण देने की मांग
अन्य समाजों की भांति माली समाज की ओर से भी जनसंख्या के अनुपात में राजनैतिक प्रतिनिधित्व के अवसर और सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने की मांग पुरजोर तरीके से उठाई जा रही है। पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी के नेतृत्व में राजस्थान माली समाज के प्रदेशाध्यक्ष छुट्टन लाल सैनी, राहुल तंवर, पिंटू सैनी और मनोज अजमेरा सहित कई प्रतिनिधियों ने सभा स्थल का दौरा किया। मीडिया से बात करते हुए समाज के नेताओं ने कहा कि आगामी चुनावों में उनके समाज को पूरा राजनैतिक प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलना चाहिए। साथ ही जनसंख्या के अनुपात के हिसाब से माली समाज को 12 प्रतिशत अलग से आरक्षण दिया जाना चाहिए। जो राजनैतिक दल उनके समाज की मांगों का साथ देगा, समाज उन्हीं के पक्ष में खड़ा रहेगा।
ये मांगे भी उठाई है माली समाज ने
1. महात्मा ज्योतिबाराव फूले एवं सावित्री बाई फूले को भारत रत्न से सम्मानित किया जायें।
2. नवीन संसद भवन में पूर्व की भांति महात्मा ज्योतिबाराव फूले की प्रतिमा स्थापित की जायें।
3. माता सावित्री बाई फूले द्वारा महिला शिक्षा एवं सशक्तिकरण के लिये किये गये कार्यों को देखते हुये 5 सितम्बर शिक्षक दिवस को माता सावित्री बाई फूले के नाम से शिक्षक दिवस मनाया जावें।
4. सैनी, माली, कुशवाहा, शाक्य, मौर्य, मौर्या, सुमन, वनमाली, भोई माली समाज को उनके अति आर्थिक, सामाजिक पिछड़े पन के आधार पर 12 प्रतिशत आरक्षण दिया जावें।
5. राष्ट्रीय राजनैतिक पार्टियां माली समाज को विधानसभा चुनाव में प्रत्येक जिले में कम से कम 1 टिकट तथा लोकसभा चुनाव में प्रदेश की किसी भी एक लोकसभा सीट पर उम्मीदवार बनायें।
6. महात्मा ज्योतिबाराव फूले बोर्ड की भांति कुशवाहा समाज के लिए लवकुश बोर्ड का गठन किया जावें।
7. देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में महात्मा ज्योतिबाराव फूले दम्पत्ति के नाम से शोधपीठ का गठन किया जावें।
8. जातिगत जनगणना 2011 के आकड़े जारी कर जनसंख्या अनुपात में अति पिछड़ा वर्ग समाज को मुख्य धारा से जोड़ने के लिये संसाधन उपलब्ध कराये जावें।
9. संत शिरोमणि लिखमीदास जी महाराज के नाम से उनके जन्म स्थल अमरपुरा नागौर को पेनोरमा एवं धार्मिक स्थल के रूप में विकसित किया जावें।
10. केन्द्र सरकार द्वारा बनाये गये रोहिणी कमीशन की रिपोर्ट सार्वजनिक की जावें।
11. सामाजिक एवं राजनैतिक आंदलनों में दर्ज मुकदमे जो समाज बंधुओं पर गैर कानूनी रूप से दर्ज किये गये है उन्हें तुरन्त वापिस लिया जावें।
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