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'हमारी कथनी और करनी में अंतर नहीं है जबकि बीजेपी झूठ बोलकर काम चलाती है' - मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कर्नाटक में बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप

'हमारी कथनी और करनी में अंतर नहीं है जबकि बीजेपी झूठ बोलकर काम चलाती है'

 

 


जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर नहीं है जबकि बीजेपी झूठ बोलकर अपना काम चलाती है। हिमाचल प्रदेश में पिछले दिनों हुए विधानसभा चुनाव के दौरान वहां के मुख्यमंत्री ने कहा था कि राजस्थान में ओल्ड पेंशन स्कीम लागू नहीं हुई है सिर्फ घोषणा ही की है जबकि राजस्थान में तो सेवानिवृत कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम के तहत पैसा मिलने लग गया है। गहलोत ने कहा कि बीजेपी के लोग जानबूझकर भ्रम फैलाते हैं। यह इनकी फितरत में है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोमवार 1 मई को बेंगलुरु पहुंचे। 10 मई को कर्नाटक में विधानसभा चुनाव हैं। लिहाजा कांग्रेस के प्रचार के लिए सीएम गहलोत और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा दो दिवसीय दौरे पर कर्नाटक गए हैं।

 

सिविल यूनिफॉर्म कोड बीजेपी और आरएसएस का एजेंडा

 

बेंगलुरु में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए गहलोत ने कहा कि सिविल यूनिफॉर्म कोड आरएसएस और बीजेपी का एजेंडा है। ये लोग देश को बर्बाद करके रहेंगे। गहलोत ने कहा कि देश और प्रदेशवासियों को समझना चाहिए कि पहले ये लोग सीएए लाए थे। कहा था कि इ सीएए को लागू करके रहेंगे। अब इनकी बोलती बंद हो गई। उन्होंने कहा कि मोदी और शाह देश को अपने एजेंडे के मार्फत चलाना चाहते हैं लेकिन अब लोग इनकी हकीकत समझ गए हैं। इनकी कथनी और करनी में अंतर है। सत्ता में आने के लिए बीजेपी के नेताओं ने वर्ष 2014 में जो वादे किए थे, उनके भाषण सबको सुनना चाहिए। 15 लाख खाते में डालने का जुमला था। हर वर्ष 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा 9 साल में पूरा नहीं किया। महंगाई कम करने का भी झूठा वादा किया था जनता से।

 

अब लोग बीजेपी के झांसे में नहीं आएंगे

 

सोमवार को कर्नाटक में बीजेपी ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया। इस घोषणा पत्र में गरीबी की रेखा से नीचे के लोगों को 3 गैस सिलेंडर मुफ्त देने की घोषणा की है। इससे जुड़े सवाल पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मणिपुर और गोवा के चुनावों के दौरान बीजेपी ने होली और दिवाली पर गैस सिलेंडर मुफ्त देने के वादे किए थे। वे वादे आज तक पूरे नहीं हुए हैं। अब कर्नाटक में तीन गैस सिलेंडर मुफ्त देने का वादा किया है लेकिन लोग इनकी हकीकत जानते हैं। अब इनके झांसे में कोई नहीं आने वाला है।

 

राहुल गांधी की बात का मकसद समझें

 

अशोक गहलोत ने कहा कि राजनीति में अपनी बात कहने का एक तरीका होता है। राहुल गांधी भी ललित मोदी और नीरव मोदी का नाम लेकर भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाया और उसमें पीएम मोदी का भी नाम लिया। इसका मतलब यह नहीं है कि पीएम नरेंद्र मोदी भगोड़े हैं। यह तो जनता तक अपनी बात पहुंचाने का तरीका है कि ये भी करप्शन में उनका साथ दे रहे हैं। गहलोत ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने कांग्रेस पर क्या क्या आरोप नहीं लगाए। वाजपेयी और आडवाणी पर कोई केस दर्ज नहीं किया गया। राहुल गांधी पर एक षड़यंत्र के तहत मुकदमा दर्ज करके उनकी संसद सदस्यता निरस्त करवाई गई।

 

गाली देने वाले कई नेता तो बीजेपी में सुशोभित हैं

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कर्नाटक में अपने संबोधन के दौरान कहा था कि कांग्रेस के 91 नेताओं ने उन्हें गालियां दी है। मोदी के इस आरोप से जुड़ा सवाल पूछे जाने पर गहलोत ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को इतनी फुर्सत कैसे मिल गई कि उन्होंने 91 नेताओं की लिस्ट बना ली। उन्होंने कहा कि उन 91 नेताओं में से कई नेता तो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में चले गए। अब वे बीजेपी में विभिन्न पदों पर सुशोभित हैं। उनके बारे में मोदी का क्या कहना है। गहलोत ने यह दावा किया कि लोग अब बीजेपी की कथनी और करनी को समझ गए हैं। कर्नाटक में कांग्रेस भारी बहुमत से सरकार बनाने जा रही है।

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