राजस्थान के इस रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के पीछे क्यों पड़े हैं बड़े नेता, पायलट के बाद बेनीवाल ने भी उठाई मांग - जोधपुर शहर के राईका बाग रेलवे स्टेशन के नाम में रेल मंत्रालय ने कर दी यह गलती
जयपुर। राजस्थान के एक रेलवे स्टेशन के नाम को लेकर पिछले कई दिनों से विवाद की स्थिति बनी हुई है। लोग इस स्टेशन का नाम बदलने की लगातार मांग कर रहे हैं लेकिन रेल मंत्रालय ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है। स्टेशन का नाम बदलने को लेकर धरने प्रदर्शन भी हुए। चूंकि यह मामला केंद्र सरकार का है। ऐसे राजस्थान सरकार इस मामले में कुछ नहीं कर पा रही है। स्टेशन के नाम बदलने को लेकर अब बड़े नेता भी आगे आए हैं। कांग्रेस नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से लेकर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी स्टेशन का नाम बदलने की मांग की है। मामला जोधपुर मंडल के राईका बाग रेलवे स्टेशन का है।
जानिए क्या है राईका बाग रेलवे स्टेशन को लेकर विवाद
राजस्थान के जोधपुर शहर में बड़ा इलाका है जिसे राईका बाग नाम से जाना जाता है। यहां जोधपुर रेल मंडल का रेलवे स्टेशन भी है। यहां की जमीन पूर्व में राईका (देवासी) समाज के लोगों की थी जिसे रेलवे स्टेशन बनाने के लिए सरकार को सुपुर्द कर दिया गया था। राईका समाज की ओर से जमीन दिए जाने के कारण ही रेलवे स्टेशन का नाम भी समाज के नाम पर किया गया था। रेल मंत्रालय के रिकॉर्ड में नाम में त्रुटि है। 'राईका बाग' के स्थान पर 'राई का बाग' लिखा गया है। इस त्रुटि की वजह से अर्थ का अनर्थ हो गया। राईका समाज के लोग रेलवे स्टेशन का नाम सही करने की मांग कर रहे हैं।
रेलवे अपनी त्रुटि में सुधार करे - सचिन पायलट
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा है। पत्र में पायलट ने लिखा कि रेलवे को अपनी त्रुटि को सही करना चाहिए और नाम को सही लिखना चाहिए। पायलट ने कहा कि सरकार के राजस्व रिकॉर्ड में इस क्षेत्र का नाम राईका बाग है क्योंकि यह जमीन राईका समाज की ओर से दी गई थी। समाज के लाखों लोगों का भावात्मक जुड़ाव भी है। पायलट ने कहा कि राईका समाज के लोगों ने पूरे मामले से अवगत भी कराया है। उन्होंने सरकारी राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज तथ्यों के आधार पर इस रेलवे स्टेशन का नाम 'राई का बाग' के स्थान पर 'राईका बाग' रखने की मांग की।
सांसद हनुमान बेनीवाल ने की अधिकारियों से बात
सचिन पायलट की ओर से रेल मंत्री को पत्र लिखे जाने के बाद नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए भारत सरकार और रेल मंत्रालय से राई का बाग के स्थान पर राईका बाग पैलेस जंक्शन करने की मांग की। बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश के राईका/देवासी/रेबारी समाज लंबे समय से यह मांग उठा रहे हैं क्योंकि उनकी मांग जायज होने के साथ जनभावनाओं से जुड़ी हुई है। ऐसे में रेल मंत्रालय को इस पर शीघ्र ध्यान देना चाहिए। बेनीवाल ने अपने ट्वीट में यह भी बताया कि उन्होंने इस मामले को लेकर विगत दिनों और आज दिन में भी रेल मंत्रालय के अधिकारियों से भी दूरभाष पर वार्ता की है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का पूरा समर्थन देवासी समाज की इस मांग के साथ है।
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