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जयपुर में पकड़ा गया फर्जी कॉल सेंटर, अमेरिका के बुजुर्गों को ब्लेकमेल करके ऐंठते थे लाखों रुपए -

जयपुर में पकड़ा गया फर्जी कॉल सेंटर, अमेरिका के बुजुर्गों को ब्लेकमेल करके ऐंठते थे लाखों रुपए

जयपुर में पकड़ा गया फर्जी कॉल सेंटर, अमेरिका के बुजुर्गों को ब्लेकमेल करके ऐंठते थे लाखों रुपए

रामस्वरूप लामरोड़

जयपुर। जयपुर कमिश्नरेट की चित्रकूट थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस ने जयपुर की पॉश कॉलोनी चित्रकूट में संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया है। इस कॉल सेंटर में काम करने वाले लड़के लड़कियां अमेरीकी नागरिकों के साथ ठगी की वारदातें करते थे। सायबर क्राइम और पोक्स के मामलों में फंसाने की धमकियां देकर ये लोग डॉलर में ऑनलाइन रकम ट्रांसफर करवाते थे। इस कॉल सेंटर का मालिक दिलीप तंवर उर्फ सैंडी है। इस फर्जी कॉल सेंटर की देख रेख अमन अभय और दीपक शाह करते थे। यहां 30 कर्मचारी काम करते थे। चित्रकूट पुलिस ने सभी कॉल सेंटर में काम करने वाले सभी 32 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।


कम्प्युटर हैक करके निशाना बनाते थे बुजुर्गों को

इस कॉल सेंटर में काम करने वाले युवक युवतियां काफी शातिर हैं। ये टेक्नीकल नॉलेज काफी स्ट्रांग है। अमूमन ये 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को निशाना बनाते थे। सबसे पहले ये ऐसे लोगों को चिन्हित करते। इसके बाद जब वे अपने पीसी पर ऑनलाइन कार्य करते। तभी ये लोग उनके पीसी को हैक कर देते। साथ ही एक हेल्प लाइन नम्बर के साथ मैसेज भेजते थे। जब पीड़ित व्यक्ति कॉल करते तो ये लोग अपने आप को कॉल सेंटर से बात करना बता कर उनकी प्रोब्लम सोल्व करने का झांसा देते थे।

डरा धमका कर ऐंठते थे लाखों रुपए

पीड़ितों को उनकी आईडी अपराधों के लिए इस्तेमाल होना बताकर डराया धमकाया जाता था। चाइल्ड पॉर्नोग्राफी और साइबर क्राइम में फंसाने की धमकियां दी जाती थी। बार बार कॉल करके वे लोगों को मजबूर कर देते थे कि अगर इनके बताए अनुसार रकम ट्रांसफर नहीं की तो आईडेंटिटी सार्वजनिक कर दी जाएगी और कानूनी जाल में फंस कर जेल भी जा सकते हैं। मजबूर होकर पीड़ितों को ऑनलाइन रकम ट्रांसफर करके पीछा छुड़ाना पड़ता था। ठगी की रकम गिफ्ट कार्ड्स, यूनाइटेड पोस्टल सर्विस, बिटकॉइन और अपने परिचितों के अकाउंट में डॉलर ट्रांसफर करवाते थे। चित्रकूट थाना प्रभारी गुंजन सोनी ने बताया कि आरोपियों द्वारा ठगी की कई वारदातें की गई लेकिन पीड़ित बुजुर्ग विदेशी होने के कारण वे शिकायत दर्ज नहीं कराते थे।

ये 32 आरोपी आए पुलिस की गिरफ्त में

डीसीपी वेस्ट वंदना राणा ने बताया कि इस फर्जी कॉल सेंटर का मालिक दिलीप तंवर फिलहाल फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। यह कॉल सेंटर अमन अभय और दीपक शाह के निर्देशन में संचालित था। इन दोनों के साथ 32 जनों को गिरफ्तार किया है। इनमें 30 आरोपी बाहरी राज्यों के हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में नागालैंड निवासी राचिब हेमंग, नियामलंगपू काम्य, इजुटो किबा, चुबासंगला, लिविटो आओमी, विटोलू, पश्चिम बंगाल निवासी रिषभ साहू, हरियाणा निवासी विक्रम कुमार, मेघालय निवासी जगत पंचकोटी, रिंकी संगमा, शुभम शर्मा, अजय बिसवा, इरूबन कम्पास, डोमिनिक्साइवियो, मरबिट सिंडोंग, शान्तुनदास, रिया सारीका, यूपी निवासी निशांत शर्मा, दीपक शाह, मध्यप्रदेश निवासी रितेश प्रजापत, अमन राजावत, मणिपुर निवासी आदित्य गजराज, जांगोई एडम, बिहार निवासी शिव शंकर, महाराष्ट्र निवासी किरण कुमार प्रजापति, संकेत दिलीप माहयावंशी, राजसरजेरा, गुजरात निवासी करण रण बहादुर, जयपुर निवासी शालिनी गोयल, विश्ववर्धन सिंह और चंद्र वैभव रोहिल्ला को गिरफ्तार किया गया है।

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