अशोक गहलोत और सचिन पायलट की अदावत खत्म...! गहलोत बोले - 'हमारे बीच झगड़ा नहीं, बीजेपी को हो रही तकलीफ', पायलट ने कहा - 'मोहब्बत का इससे बड़ा प्रमाण क्या होगा' - स्थानीय नेताओं के साथ पीएम मोदी भी कर चुके इन दोनों के रिश्तों पर टिप्पणियां
जयपुर। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राजस्थान प्रदेश कांग्रेस में चल रही गुटबाजी शांत हो गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच लम्बे समय तक खींचतान चली। इस खींचतान को लेकर विपक्ष ने सत्ता पक्ष को हमेशा निशाने पर लिया। स्थानीय नेताओं से लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक गहलोत और पायलट को लेकर बयान दिए गए। पीएम मोदी अपनी सभाओं में कह चुके कि इन दोनों नेताओं के आपसी झगड़े के कारण राजस्थान विकास के पथ पर आगे नहीं बढ़ पाया। गुरुवार 19 अक्टूबर को गहलोत और पायलट दोनों के बयान आए हैं। इन बयानों से यह स्पष्ट है कि फिलहाल दोनों के बीच कोई विवाद नहीं है।
हमारे बीच झगड़ा नहीं, इससे बीजेपी को परेशानी हो रही - गहलोत
गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली में मीडिया से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने सचिन पायलट को लेकर स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि सारे मतभेद भुला दिए गए हैं। सचिन पायलट के समर्थकों के सभी टिकट क्लीयर हैं। उनके एक भी समर्थक के टिकट पर कोई ऑब्जेक्शन नहीं उठाया गया है। गहलोत ने यह भी कहा कि उनके और पायलट के बीच कोई झगड़ा नहीं है। इससे बीजेपी को बड़ी तकलीफ हो रही है। उन्होंने कहा कि वे पहले ही कह चुके हैं कि भुलो और आगे बढो। इसलिए सभी कांग्रेसी नेता एकजुट हैं और मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।
प्यार और मोहब्बत का इससे बड़ा प्रमाण क्या है - सचिन पायलट
गुरुवार को सचिन पायलट ने भी दौसा में गहलोत को लेकर बयान दिया। पायलट ने कहा कि मुख्यमंत्री पूर्व में ही कह चुके हैं कि हमारे बीच की प्यार-मोहब्बत मिसाल बन चुकी है। मीडिया से बातचीत करते हुए पायलट ने कहा कि जीतने वाले जिन भी दावेदारों के प्रपोजल आए, उनका उन्होंने खुले मन से स्वागत किया। चाहे उनमें सोनिया गांधी की अवमानना करने वाले भी हों। उन्होंने साफ कहा है कि पार्टी हित में जो भी हो, उसे टिकट मिलना चाहिए। अवमानना करने वाले एक भी दावेदार का उन्होंने विरोध नहीं किया। पायलट बोले कि प्यार-मोहब्बत का इससे बड़ा प्रमाण नहीं हो सकता।
कौन कब तक पद पर रहेगा, यह हाईकमान तय करेगा
दिल्ली में मीडिया से रूबरू होते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएम पद को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा कि वे सीएम पद छोड़ना चाहते हैं लेकिन ये पद उन्हें नहीं छोड़ रहा है और छोड़ेगा भी नहीं। इससे जुड़े सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कि कौन किस पद पर कब बैठता है, इसका निर्णय कांग्रेस लीडरशिप करता है। भावी मुख्यमंत्री से जुड़े सवाल पर पायलट ने कहा कि चुनाव के बाद विधायक और हाईकमान तय करेंगे कि 2023 में सीएम कौन बनेगा।
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