धौलपुर का लाल जम्मू कश्मीर में शहीद, शनिवार दोपहर बाद गांव पहुंचेगी पार्थिव देह - बडगाम जिले के ब्रेलवाटर हेल इलाके में BSF के जवानों की बस पहाड़ी से खाई में गिरी
धौलपुर। राजस्थान का एक और बेटा शहीद हो गया है। धौलपुर जिले के रामकिशोर जम्मू में हुए हादसे का शिकार हो गया है। जम्मू कश्मीर में इन दिनों विधानसभा चुनाव प्रक्रिया चल रही है। चुनावी ड्यूटी के चलते बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) के जवानों से भरा एक ट्रक पहाड़ी क्षेत्र से गुजर रहा था। कश्मीर जिले के बडगाम जिले के ब्रेल वाटर हेल इलाके में बस पहाड़ी से नीचे गहरी खाई में गिर गई। सेना के इस ट्रक में 36 जवान सवार थे। इनमें से 3 जवान शहीद हुए जिनमें राजस्थान के धौलपुर निवासी रामकिशोर भी शामिल है। हादसे 33 जवान घायल हुए हैं जिनका इलाज चल रहा है।
20 दिन की छुट्टी बिताकर 9 दिन पहले ही लौटा था रामकिशोर
जानकारी के मुताबिक बीएसएफ का जवान रामकिशोर धौलपुर जिले के राजाखेड़ा क्षेत्र का रहने वाला था। पिछले दिनों वह छुट्टी पर आया हुआ था। 20 दिन की छुट्टियां पूरी करने के बाद 9 दिन पहले ही रामकिशोर वापस ड्यूटी करने के लिए जम्मू कश्मीर लौटा था। चुनाव के दौरान बीएसएफ के जवानों की ड्यूटी सुरक्षा व्यवस्था में लगी हुई थी। रामकिशोर की भी चुनावी ड्यूटी थी। ड्यूटी पर जाने के दौरान ही बीएसएफ का ट्रक सड़क से फिसलते हुए खाई में जा गिरा।
देर रात को मिली सूचना
हादसा शुक्रवार 20 सितंबर की शाम को हुआ था। बीएसएफ के अधिकारियों की ओर से शुक्रवार देर रात को परिजनों को शहादत की सूचना दी गई थी। जैसे ही परिवार के लोगों को रामकिशोर के शहीद होने की सूचना मिली तो परिवार में कोहराम मच गया। 9 दिन पहले जिस परिवार ने रामकिशोर को हंसते हंसते विदा किया था, उसने अब देश को अलविदा कह दिया। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो रहा है। जानकारी के मुताबिक शनिवार दोपहर बाद शहीद की पार्थिव देह गांव पहुंचेगी।
सैन्य सम्मान के साथ होगी अंतिम विदाई
धौलपुर की जिला कलेक्टर श्रीनिधि ने बताया कि जम्मू कश्मीर से जानकारी मिली है कि धौलपुर जिले के राजाखेड़ा निवासी रामकिशोर शहीद हुए हैं। चुनाव ड्यूटी पर जाने के दौरान सेना का वाहन हादसे का शिकार हो गया जिसमें रामकिशोर शहीद हो गए। कलेक्टर का कहना है कि आज दोपहर 2 बजे के आसपास शहीद की पार्थिव देह राजाखेड़ा पहुंचने की संभावना है। शहीद का अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा।
चार भाइयों में सबसे छोटा था रामकिशोर
रामकिशोर के शहीद होने पर पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। परिवार वालों के मुताबिक रामकिशोर वर्ष 2019 में बीएसएफ में भर्ती हुआ था। 20 दिन की छुट्टी पूरी करके 11 सितंबर को ही वह वापस ड्यूटी पर लौटा था और अब शहीद होने के समाचार मिले हैं। शहीद रामकिशोर चार भाइयों में सबसे छोटा था। अब शहीद के परिवार में बुजुर्ग माता पिता, तीन बड़े भाई और दो बहने हैं। पिछले साल ही रामकिशोर की शादी हुई थी।
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